डॉ• हर्षवर्धन ने राष्‍ट्रीय डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य योजना रिपोर्ट जनता के लिए जारी की



नई दिल्ली, 16 जुलाई 2019, इंडिया इनसाइड न्यूज़।

केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री डॉ• हर्षवर्धन ने विभिन्‍न साझेदारों से जानकारी लेने के लिए सोमवार को नई दिल्‍ली में राष्‍ट्रीय डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य योजना रिपोर्ट जनता के लिए जारी की। इस अवसर पर केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्‍व में सरकार अंतिम मील तक सभी के लिए सुलभ उच्‍च गुणवत्‍ता वाली स्‍वास्‍थ्‍य सेवा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र में तेजी से बदलाव हो रहा है और इसमें सार्वभौमिक स्‍वास्‍थ्‍य कवरेज (यूएचसी) को सहयोग देने की भारी संभावना है। भारत के पास वह सब कुछ है, जिससे सभी के लिए स्‍वास्‍थ्‍य के लक्ष्‍य को हासिल किया जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि राष्‍ट्रीय डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य योजना प्रधानमंत्री की उस कल्‍पना की तर्ज पर है, जिसके तहत उनका सपना देश के प्रत्‍येक व्‍यक्ति के दरवाजे तक डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को पहुंचाना है।

इस अवसर पर स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण राज्‍य मंत्री अश्‍विनी कुमार चौबे, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय में सचिव प्र‍ीति सूदन, यूआईडीएआईके पूर्व अध्‍यक्ष और एनडीएचबी पर समिति के अध्‍यक्ष जे• सत्‍य नारायण, एएस और डीजी (सीजीएचएस), एएस (स्‍वास्‍थ्‍य) संजीव कुमार और संयुक्‍त सचिव लव अग्रवाल भी उपस्थित थे।

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने सभी साझेदारों से अपील की कि वे अपना बहुमूल्‍य फीडबैक दें, ताकि स्‍वास्‍थ्‍य सेवा में इस डिजिटल क्रांति को अधिक समग्र और सहायक बनाया जा सके तथा सरकार को एक सामूहिक प्रयास के रूप में मजबूत राष्‍ट्र के निर्माण में मदद की जाए। उन्‍होंने कहा कि सरकार सार्वभौमिक स्‍वास्‍थ्‍य कवरेज के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। डॉ• हर्षवर्धन ने स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं देने में तेजी से आए परिवर्तन का जिक्र करते हुए कहा कि आज इसकी जानकारी सभी को है और जिस तरीके से स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं दी जा रही हैं तथा उन्‍हें सुलभ कराया जा रहा है, वह बेहतरी की ओर इशारा कर रही हैं। डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य बदलाव में तेजी ला रहा है और इसमें सार्वभौमिक स्‍वास्‍थ्‍य कवरेज को सहयोग देने की भारी संभावना है।

विभिन्‍न डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं को जोड़ने पर जोर देते हुए डॉ• हर्षवर्धन ने कहा कि समय की मांग है कि ऐसी पारिस्थितिकी प्रणाली बनाई जाए, जो वर्तमान स्‍वास्‍थ्‍य सूचना प्रणालियों को जोड़ सके और इलेक्‍ट्रॉनिक स्‍वास्‍थ्‍य रिकॉर्ड (ईएचआर) की पारस्‍परिकता सुनिश्चित करने के लिए आगामी कार्यक्रमों को स्‍पष्‍ट रास्‍ता दिखा सके। हमने आयुष्‍मान भारत योजना शुरू करके इतिहास रचा है, जो आईटी मंच पर जबर्दस्‍त तरीके से परिचालित है। अन्‍य आईटी सक्षम योजनाएं जैसे प्रजनन संबंधी शिशु देखभाल, एनआईकेएसएचएवाई आदि से मरीजों को सही समय पर फायदा मिल रहा है। इन आईटी प्रणालियों की निगरानी, जबर्दस्‍त और प्रभावी तरीके से स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं प्रदान करने के लिए संमिलन जरूरी है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने राष्‍ट्रीय डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य योजना के अंतर्गत विस्‍तृत, राष्‍ट्रव्‍यापी एकीकृत ई-स्‍वास्‍थ्‍य प्रणाली की दिशा में प्रयास शुरू किए हैं।

एनडीएचबी का उद्देश्‍य एक राष्‍ट्रीय डिजिटल स्‍वास्‍थ्‍य पारिस्थितिकी प्रणाली योजना बनाना है, जो सार्वभौमिक स्‍वास्‍थ्‍य कवरेज को प्रभावी, सुलभ, समग्र, किफायती, समय पर और सुरक्षित तरीके से प्रोत्‍साहित करती है। आंकड़ों, सूचना और ढांचागत सेवाओं के व्‍यापक प्रावधान, यथोचित लाभ उठाकर, पारस्‍परिकता, मानक आधारित डिजिटल प्रणालियों और सुरक्षा सुनिश्चित करके स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी निजी जानकारी की गोपनीयता और निजता बनाई रखी जाएगी।

सभी साझेदारों से फीडबैक/जानकारी/टिप्‍पणियां प्राप्‍त करने के लिए रिपोर्ट को www.mohfw.gov.in पर देखा जा सकता है। रिपोर्ट तीन सप्‍ताह तक उपलब्‍ध होगी।

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