--अभिजीत पाण्डेय,
पटना-बिहार, इंडिया इनसाइड न्यूज़।
बिहार में कोरोना वायरस से पहली मौत हुई है। 38 साल का सैफ अली मुंगेर का रहने वाला था। वह कतर से आया था और 20 मार्च को एम्स में भर्ती हुआ था। सैफ डायबिटिज का रोगी था और उसका किडनी भी खराब था। एम्स में उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था।
पटना एम्स के निदेशक प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि कल सुबह एक मरीज की मौत हुई है। उसकी ट्रैवल हिस्ट्री थी। वे किडनी फेल्योर के पेशेंट थे। ट्रैवल हिस्ट्री की वजह से हमने उन्हें आईसोलेशन वार्ड में रखा था। बिहार में कोरोना वायरस से पहली मौत हुई है। 38 साल का सैफ अली मुंगेर का रहने वाला था। वह कतर से आया था और 20 मार्च को एम्स में भर्ती हुआ था। सैफ डायबिटिज का रोगी था और उसका किडनी भी खराब था। एम्स में उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि जिस मरीज की मौत हुई है, वह पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में किडनी का इलाज करा रहा था। वह मुंगेर जिला का रहने वाला था। प्रधान सचिव ने मृतक के कोरोना पॉजिटिव होने की भी पुष्टि की। हालांकि, इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव व आरएमआरआइ के निदेशक के बयान अलग-अलग हैं।
पटना के आरएमआरआइ के निदेशक डॉ• प्रदीप दास ने बताया कि देर रात जांच में दो कोरोना पॉजिटव मामले मिले हैं। उन्होंने बताया कि देर रात तक 114 नमूनों की जांच हुई थी, जिनमें शाम तक सौ सैंपल की जांच पूरी हो चुकी थी। उनमें कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं मिला। लेकिन देर रात शेष 14 सैंपल की जांच के दौरान दो की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी दिल्ली में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री व प्रधान सचिव को दी गई है।
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