प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने सुपर चक्रवाती तूफान 'अम्फान' से निपटने की तैयारियों की गहन समीक्षा की



नई दिल्ली,
इंडिया इनसाइड न्यूज़।

चक्रवाती तूफान 'अम्फान' ने सोमवार को बंगाल की खाड़ी में ‘सुपर चक्रवाती तूफान’ का अत्‍यंत उग्र रूप ले लिया है। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने सुपर चक्रवाती तूफान 'अम्फान' से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए संबंधित राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों/एजेंसियों की तैयारियों की गहन समीक्षा की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारीगण और आईएमडी, एनडीएमए एवं एनडीआरएफ के अधिकारीगण भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने सूचित किया है कि इस ‘सुपर चक्रवाती तूफान’ के 20 मई, 2020 की दोपहर में एक बेहद उग्र चक्रवाती तूफान के रूप में 195 किलोमीटर प्रति घंटे तक हवा की काफी तेज रफ्तार के साथ पश्चिम बंगाल तट से टकराने की प्रबल संभावना है। इस वजह से राज्य के तटीय जिलों में तेज से लेकर अत्‍यंत तेज वर्षा होगी।

इस चक्रवाती तूफान से पश्चिम बंगाल में पूर्व मेदिनीपुर, दक्षिण एवं उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता जिलों के सबसे अधिक प्रभावित होने की आशंका है। यही नहीं, इस तूफान से उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों जैसे कि जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर के भी प्रभावित होने की आशंका है।

आईएमडी ने आगाह करते हुए कहा है कि अत्‍यंत उग्र ज्वार के ऊपर लगभग 4-5 मीटर की ऊंचाई पर तूफान आने का अंदेशा है, जो पश्चिम बंगाल के दक्षिण और उत्तर 24 परगना के निचले तटीय इलाकों में बाढ़ लाएगा। इसी तरह तटीय इलाकों से तूफान के टकराने के समय पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में भी 3-4 मीटर की ऊंचाई पर यह कहर ढाएगा। इस चक्रवाती तूफान से पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी क्षति होने का अंदेशा है।

प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया है कि चक्रवाती तूफान के मार्ग में पड़ने वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित निकालने और आवश्यक वस्‍तुओं की आपूर्ति को पर्याप्त मात्रा में बनाए रखने के लिए सभी जरूरी उपाय किए जाएं।

सभी संबंधित प्राधिकारियों को यह सलाह दी गई है कि वे आवश्यक सेवाओं जैसे कि बिजली, टेलीफोन को नुकसान पहुंचने की स्थिति में उनका रखरखाव सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त तैयारी करें और इसके साथ ही समय पर अपनी तैयारियों की अच्छी तरह से समीक्षा करें तथा किसी भी व्यवधान की स्थिति में आवश्‍यक सेवाओं की त्वरित बहाली सुनिश्चित करें।

भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना ने राहत एवं बचाव कार्यों के लिए कई जहाज और हेलि‍कॉप्टर तैनात कर दिए हैं। इन राज्यों में सेना और वायु सेना की इकाइयों को भी आपात व्‍यवस्‍था के तौर पर रखा गया है।

एनडीआरएफ ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 25 टीमों को तैनात किया है। इसके अतिरिक्त 12 टीमों को आपात व्‍यवस्‍था के तौर पर रखा गया है। ये टीमें आवश्यक सामग्री जैसे कि नाव, पेड़ काटने वाले औजार, दूरसंचार उपकरण, इत्‍यादि से लैस हैं।

आईएमडी सभी संबंधित राज्यों को नवीनतम पूर्वानुमान के साथ नियमित तौर पर बुलेटिन जारी करता रहा है। गृह मंत्रालय भी राज्य सरकार के साथ निरंतर संपर्क बनाए हुए है।

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