बिहार : विधानसभा चुनाव में हार-जीत की पटकथा लिखेंगे 20 से 39 साल के मतदाता



--अभिजीत पाण्डेय (ब्यूरो),
पटना-बिहार, इंडिया इनसाइड न्यूज़।

विधानसभा चुनाव में इस बार प्रत्याशियों की हार-जीत की पटकथा 20 से 39 वर्ष के मतदाता ही लिखेंगे। इन्हें रिझाने का प्रयास भी सभी दल कर रहे हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के डेटा के अनुसार, राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या में 20 से 29 वर्ष आयु वर्ग की 22.92 और 30 से 39 वर्ष की भागीदारी 27.35 फीसद है। दोनों आयु वर्ग के 50.25 फीसद मतदाता हैं। 18 से 19 साल आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 1.47 फीसद है। इस चुनाव में 40 वर्ष से कम आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 51.74 फीसद है। राज्य के सभी 243 सीटों पर युवाओं में दो से चार फीसद का फासला है। शहरी आबादी में युवाओं की संख्या थोड़ी बढ़ जाती है।

इस चुनाव में 80 साल से अधिक उम्र के मतदाता को घर पर ही इच्छानुसार मत पत्र उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई हैं। 25 सितंबर तक मतदाता सूची में 80 साल से अधिक उम्र के कुल 10 लाख 85 हजार 852 मतदाता हैं। इनमें चार लाख 98 हजार 640 पुरुष, पांच लाख 87 हजार 195 महिला और 17 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। पुरुषों की तुलना में लगभग 18 फीसद अति बुजुर्ग महिला मतदाता हैं। पहले चरण की 71 सीटों में चार लाख चिन्हित बुजुर्ग मतदाताओं में 52 हजार ने ही डाक मत पत्र से मतदान की इच्छा जाहिर की है।

राज्य में छह लाख 51 हजार 345 दिव्यांग मतदाता हैं। इनमें पुरुष की संख्या चार लाख 10 हजार 766 और महिलाएं दो लाख 40 हजार 560 हैं। अन्य की श्रेणी में सिर्फ 19 दिव्यांग मतदाता हैं। महिलाओं की तुलना में लगभग 71 फीसद पुरुष दिव्यांग मतदाता अधिक हैं।

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