मध्य प्रदेश : क्या गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा मुख्यमंत्री के खिलाफ जाकर शराब पर राजनीति कर रहे है?



--विजया पाठक (एडिटर - जगत विजन),
भोपाल-मध्य प्रदेश, इंडिया इनसाइड न्यूज़।

मध्य प्रदेश की राजनाधी भोपाल में इन दिनों एक बार फिर बयानों का घमासान शुरू हो गया है। कुछ दिन पहले ही मुरैना और उज्जैन में जहरीली शराब पीने से हुई मजदूरों की मौत की चिता की आग ठंडी भी नहीं हुई थी कि मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान ने एक नया बवाल खड़ा कर दिया।

दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार एक तरफ जहां शराब माफियाओं के खिलाफ एक्शन में दिखाई दे रही है। वहीं, नरोत्तम मिश्रा ने बयान दिया कि राज्य सरकार जल्द ही प्रदेश में नई शराब की दुकानें खोलने जा रही है। मिश्रा के इस बयान के बाद सियासत गरमा गई है औऱ विपक्ष से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी सरकार के इस फैसले की निंदा की। हालांकि बाद में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश में कोई भी नयी शराब की दुकान नहीं खोली जाएंगी।

मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के बीच बयानों के यह मतभेद स्पष्ट करते है कि शिवराज सरकार में भी भितरघात प्रवेश कर गया है। कहीं ऐसा तो नहीं कि नरोत्तम मिश्रा मुख्यमंत्री के खिलाफ जाकर शराब पर राजनीति कर रहे हो। यही वजह है कि आबकारी आयुक्त राजीव दुबे ने भी गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के निर्देश मिलते ही तुरंत प्रदेश के सभी कलेक्टरों को लेटर जारी कर 20 प्रतिशत नई शराब की दुकानें खोलने के प्रस्ताव आमंत्रित करवा लिए। जबकि कमलनाथ सरकार के कार्य़काल में खुद भाजपा नेताओं ने शराब को अवैध बताते हुए नई दुकानें खोले जाने का कड़ा विरोध किया था और अब खुद शिवराज सरकार अपने हितो को साधने और शराब माफियों को फायदा पहुंचाने के लिए यह कदम उठाने जा रही है।

इस पूरे मामले में उमा भारती ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य सरकार के इस फैसले पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, ‘नशा करने के बाद ही दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसलिए शराबबंदी, नशाबंदी होनी चाहिए। दिग्विजय सिंह ने भी शराबबंदी का समर्थन कर दिया’। उमा ने आगे कहा, ‘कोरोना काल में स्पष्ट हो गया है कि शराब नहीं पीने से किसी की मौत नहीं हुई। तब भी मैंने मुख्यमंत्री से शराबबंदी की बात की थी। शिवराज से मिलकर अब उस ड्राफ्ट पर चर्चा करना चाहूंगी, जो शराबबंदी के लिए काफी पहले बना था। मैं शराबबंदी मुहिम चलाऊंगी और चाहूंगी कि इसकी शुरुआत मध्यप्रदेश से हो...।

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