मध्य प्रदेश/झारखंड, 05 मई 2019, इंडिया इनसाइड न्यूज़।
नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के निदेशक (वित्त) एन• एन• ठाकुर ने कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के निदेशक (वित्त) का भी अतिरिक्त कार्यभार शुक्रवार को संभाला। श्री ठाकुर को यह कार्यभार सीसीएल के निदेशक (वित्त) डी• के• घोष की सेवानिवृत्ति के पश्चात दिया गया है। इस वर्ष मार्च में उन्होंने एनसीएल के निदेशक (कार्मिक) का भी अतिरिक्त कार्यभार संभाला था। नए कार्यभार के साथ ही श्री ठाकुर फिलहाल एनसीएल एवं सीसीएल के निदेशक (वित्त) एवं एनसीएल के निदेशक (कार्मिक) पदों की जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं।
गौरतलब है कि श्री ठाकुर ने एनसीएल के निदेशक (वित्त) का कार्यभार पिछले वर्ष जून में संभाला था। वित्तीय प्रोफेशनल के तौर पर लगभग 33 वर्षों का अनुभव रखने वाले श्री ठाकुर यह कार्यभार संभालने से पहले कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की ही अनुषंगी कंपनी सीएमपीडीआई में महाप्रबंधक (वित्त) के पद पर कार्यरत थे। वर्ष 1986 में आईसीडब्ल्यूए की पढ़ाई पूरी करने के बाद इसी वर्ष नवंबर में उन्होंने सीआईएल की अनुषंगी कंपनी भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) में अपनी सेवाओं की शुरुआत की और जुलाई 2012 तक बीसीसीएल में पदस्थ रहे। बीसीसीएल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने वर्ष 2004 से 2012 तक कंपनी के विभिन्न कोयला क्षेत्रों में बतौर क्षेत्रीय वित्त प्रबंधक (एएफएम) अपनी सेवाएं दीं। अगस्त 2012 में उन्होंने सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के पीपरवार कोयला क्षेत्र में अपनी सेवाओं की शुरुआत की और फरवरी 2016 तक वहां सेवाएं दीं। उनके अद्भुत वित्तीय प्रबंधकीय कौशल की बदौलत पीपरवार क्षेत्र के वित्तीय खर्चों में जबर्दस्त कमी आई और उनकी इस विशेष पहल से न सिर्फ पीपरवार कोयला क्षेत्र के मुनाफे में जबर्दस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई, बल्कि इस अवधि में सीसीएल ने भी ऐतिहासिक मुनाफा दर्ज किया।
अपनी अनूठी एवं अनुकरणीय कार्यशैली के लिए मशहूर श्री ठाकुर ने मार्च 2016 में बतौर महाप्रबंधक (वित्त) सीएमपीडीआई में अपनी सेवाएं शुरू कीं, जहां उन्होंने कंपनी की प्राइसिंग पॉलिसी बनाए जाने में अहम योगदान दिया। उनके इस योगदान से सीएमपीडीआई सकारात्मक संस्थागत बदलावों का गवाह बना।