पीके शुरू करेंगे 'बात बिहार की', राजनीति में खड़ी करेंगे 'युवा फौज'



--अभिजीत पाण्डेय,
पटना-बिहार, इंडिया इनसाइड न्यूज़।

बिहार में 'बात बिहार की' कार्यक्रम लेकर आएंगे। उन्होंने कहा कि मैं बिहार में ऐसे यंग लोगों की टीम बनाना चाहता हूं, उन्हें जोड़ना चाहता हूं जो राजनीति के सपने को जीना चाहते हैं।

प्रशांत किशोर ने कहा कि उनका और नीतीश कुमार का संबंध विशुद्ध राजनीतिक नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं नीतीश कुमार से पहली बार नवंबर 2014 में मिला था और तब से उन्होंने अपने बेटे की तरह मुझे रखा। जब मैं दल में था तब भी और नहीं था तब भी। और कई मायनों में मैं उन्हें पिता तुल्य मानता हूं। उन्होंने मुझे पार्टी में रखने का या निकालने का जो भी फैसला लिया है, मैं उसे स्वीकार करता हू।

प्रशांत किशोर ने साफ-साफ कहा कि 2020 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वो किसी के साथ नहीं जाएंगे। उन्होंने घोषणा की है कि वो बिहार में 'बात बिहार की' कार्यक्रम लेकर आएंगे। उन्होंने कहा कि मैं बिहार में ऐसे यंग लोगों की टीम बनाना चाहता हूं, उन्हें जोड़ना चाहता हूं जो राजनीति के सपने को जीना चाहते हैं। बिहार के लिए कुछ करना चाहते हैं। जो किसी परिस्थितिवश ये नहीं कर पा रहे हैं, मैं उन्हें शक्ति देना चाहता हूं ताकि अच्छे मुखिया जीतकर आएं।

उन्होंने साफ-साफ कहा कि वो 20 तारीख से 'बात बिहार की' कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। इसके तहत प्रशांत किशोर 8800 पंचायत में से एक हजार लोगों को चुनेंगे जो समझते हैं कि बिहार को देश के टॉप 10 राज्यों में शामिल होना चाहिए। अगर बिहार को 22वें से 10वें नंबर पर पहुंचना है तो प्रतिव्यक्ति आय आठ गुणी बढ़नी चाहिए। बिहार वही चलाएगा जिसके पास इसका ब्लूप्रिंट है। किसी को हराना जीताना लक्ष्य नहीं है। उनके साथ रहकर भी यही कर रहे थे।

प्रशांत किशोर ने कहा कि वो वेबसाइट का लिंक जारी करेंगे। इसमें साफ पता चलेगा कि पीके की अभियान में 2 लाख 93 हजार लोग जुड़े हैं। 30 मार्च तक 10 लाख लड़के इसपर रजिस्टर करेंगे।

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