--अभिजीत पाण्डेय,
पटना-बिहार, इंडिया इनसाइड न्यूज़।
महागठबंधन में राजद सबसे बड़ी पार्टी है और तेजस्वी विपक्ष के नेता हैं। अक्टूबर-नवंबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी ही महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे। हमारी कोशिश है कि सभी दल एक साथ चुनाव लड़ें। कई लोग मुझे मुख्यमंत्री पद का दावेदार बता रहे हैं लेकिन एक बात साफ कर देता हूं कि दिल्ली ही मेरी राजनीति का दायरा है और मैं उसी में रहना पसंद करता हूं।
राजद नेता शरद यादव ने कहा कि वे बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं होंगे, पिछले दिनों उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम मांझी ने शरद यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की बात कही थी। रालोसपा और 'हम' का कहना है कि अगर शरद यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होते हैं तो सारी पार्टियां सहमति जताएंगी। शरद यादव ने पिछले शुक्रवार को मांझी, कुशवाहा और मुकेश सहनी के साथ बैठक भी की थी। बैठक में महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने को लेकर चर्चा हुई थी।
महागठबंधन के दूसरे दलों ने अब तक तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाए जाने पर सहमति नहीं जताई है। कांग्रेस इस मामले पर कुछ भी खुल कर नहीं बोल रही है। उपेंद्र कुशवाहा ने भी चुप्पी साध रखी है। कुशवाहा और मांझी को सीएम कैंडिडेट के तौर पर तेजस्वी पसंद नहीं हैं। यही वजह है कि दोनों नेताओं ने शरद यादव का नाम आगे बढ़ाया था। लोकसभा चुनाव के दौरान जीतनराम मांझी यह कहते थे कि महागठबंधन में एक ही चेहरा हैं और वह हैं तेजस्वी यादव। लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की करारी हार के बाद मांझी के बोल बदल गए। अब वे तेजस्वी के नेतृत्व पर लगातार सवाल उठा रहे हैं।