गदरपुर-उत्तराखंड,
इंडिया इनसाइड न्यूज़।
दिनेशपुर पुलिस द्वारा इलेक्ट्रॉनिक चेनल के एक पत्रकार दीपांकर सरकार को झूठे मुकदमे में फंसाये जाने के मामले में देवभूमि वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन द्वारा इस मामले की किसी अन्य थाने से निष्पक्ष जांच करवाएं जाने की मांग पर मुख्यमंत्री कार्यालय एवं पुलिस महानिदेशक ला एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने संज्ञान लेते हुए एसएसपी उधमसिंहनगर को जांच के आदेश दिए थे। एसएसपी बरिंदेरजीत सिंह ने जांच बाजपुर पुलिस को सौंप दी है। पत्रकारों ने दिनेशपुर थानाध्यक्ष पर दबाब में आकर झूठा मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया था।
देवभूमि वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश महामंत्री प्रदीप फुटेला व विभिन्न संगठनों ने मुख्यमंत्री व पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को पत्र लिखकर पूरे घटनाक्रम से अवगत कराते हुए किसी अन्य थाने से निष्पक्ष जांच करवाएं जाने की मांग की थी।
मालूम हो कि 11 मई 2020 को महिला कल्याण संस्था की अध्यक्ष हीरा जंगपांगी द्वारा नाबालिग लड़की की शादी होने की सूचना पुलिस को दी गयी थी जिस पर हीरा जंगपांगी के साथ पुलिस कालीनगर के उद्धव पाड़ा इलाके में बने एक घर मे पहुंची। पुलिस द्वारा घर का दरवाजा खुलवाया गया तो दिनेशपुर थाने में पॉक्सो एक्ट सहित 376 के मुकदमे का फरार आरोपी अजय कुमार पिछले दरवाजे से भाग निकला तथा मौके पर शादी के मंडप सहित शादी में प्रयोग होने वाला सामान व नाबालिग लड़की को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया था। पुलिस ने आरोपित को भाजपा नेता सुकोमल के घर के पास से धर दबोचा और सभी को थाने ले आये। मंगलवार को आरोपित को पुलिस द्वारा जेल भेज दीया गया। बाद में पता चला कि सुकोमल मण्डल द्वारा पत्रकार दीपांकर पर घर मे घुसकर उसकी पत्नी के साथ छेड़छाड़ का झूठा मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
इस मामले को लेकर देवभूमि वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश महामंत्री प्रदीप फुटेला ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पुलिस महानिदेशक लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार को पूरे घटनाक्रम से अवगत करवाकर किसी अन्य थाने से निष्पक्ष जांच की मांग की गई थी जिस पर उन्होंने एसएसपी उधम सिंह नगर को जांच हेतु निर्देशित किया गया था। एसएसपी बरिंदेरजीत सिंह ने इस प्रकरण की जांच बाजपुर पुलिस को सौंप दी है। पुलिस क्षेत्राधिकारी दीप शिखा अग्रवाल ने इसकी पुष्टि की है।
संगठन के जिलाध्यक्ष असलम कोहरा, महामंत्री राजेन्द्र शर्मा ने कहा है कि दिनेशपुर पुलिस राजनैतिक दबाब में आकर पत्रकार को झूठे मुकदमे में फंसा रही थी। इस मामले की अब निष्पक्ष जांच होने से वास्तविकता सामने आ जायेगी।