सबको हंसाने वाला 'गजोधर' चहेतों को रुला कर सो गया



--राजीव रंजन नाग,
नई दिल्ली, इंडिया इनसाइड न्यूज़।

कॉमेडी की दुनिया के सबसे फेमस और इंडिया के बेस्ट कॉमेडियन में से एक राजू श्रीवास्तव अब इस दुनिया में नहीं रहे। बुधवार को दिल्ली के एम्स में उन्होंने आखिरी सांस ली। 10 अगस्त को जिम में वर्कआउट करने के दौरान राजू श्रीवास्तव को हार्ट अटैक आने के बाद उन्हें आल इँडिया इँस्टिच्यूट आफ मेडिकल साइँसेस (एम्स) में भर्ती कराया गया था। 42 दिनों की लंबी लड़ाई लड़ने के बाद आज गजोधर ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

राजू की इलाज में लगे एक डाक्टर ने कहा- राजू महज एक पेशेंट नहीं थे.. वे लोखों दिलों की धड़कन थे...वह खामोश चेहरों पर मुस्कान विखेरने के स्वामी थे...उन्हें नहीं बचा पाने का दुख हमें रहेगा। मैं खुद भी उनका चहेता दर्शक और स्रोता रहा हूं। बहुत कोशिश की लेकिन ...हम हार गए।

उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी..। उनका दिमाग भी काम नहीं कर रहा था। एम्स में कार्डियोलाजी विभाग के डाक्टर नीतीश नायक की देखरेख में डाक्टरों की टीम उनकी हालत पर नजर बनाए हुए थी। 58 वर्षीय राजू को बुधवार को मेजर हार्ट अटैक आने के बाद एम्स में भर्ती कराया गया था। यहां एंजियोप्लास्टी कर उनके स्टेंट डाला गया था। सभी के चेहरे पर हंसी बिखेरने वाला कॉमेडियन सबको रुलाकर हमेशा के लिए इस दुनिया से विदा हो गया। उनका अंतिम संस्कार कल सुबह दिल्ली में होगा।

लोगों को दिलों के राज करने वाले राजू के चाहने वाले इस खबर से बेहद दुखी हैं। कई सालों तक उन्होंने फैंस को हंसाया, गुदगुदाया और लोगों के हर गम को कुछ पल के लिए ही सही दूर करने का काम किया।

राजू के पीए राजेश शर्मा ने कहा कि हमे उम्मीद थी की वो ठीक हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं मुंबई में हूं अभी उनके परिवार से मेरी बात हुई है। राजू भाई का जाना बहुत बड़ी क्षति है हम सब के लिए।

राजू श्रीवास्तव के परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं। वह उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष भी थे।

● राजू ने किया था बड़ा संघर्ष

राजू श्रीवास्तव ने यूं तो 80 के दशक से मनोरंजन की दुनिया में संघर्ष करना शुरू कर दिया था, लेकिन उनको अपने टैलेंट के हिसाब से पहचान नहीं मिल पा रही थी। हालांकि इस दौरान राजू श्रीवास्तव ने बॉलीवुड के सुपरस्टार अनिल कपूर की फिल्म तेजाब से हिंदी सिनेमा जगत में कदम तो जरूर रख लिया था, फिर भी राजू को अभी काफी लंबा सफर तय करना था।

साल 2005 आया और वहां से राजू श्रीवास्तव की किस्मत ने करवट बदली। जी हां इसी साल मशहूर कॉमेडी शो द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में राजू ने अपने कॉमेडी के हुनर से सबका दिल जीता और इसी शो से राजू श्रीवास्तव का नाम गजोधर भैय्या के रूप में मशहूर हुआ। राजू की कमाई बतौर कॉमेडियन टीवी और फिल्मों से होती थी। इसके अलावा उनकी कमाई का जरिया वर्ल्ड टूर कॉमेडी शो, अवार्ड होस्ट और विज्ञापन आदि भी थे। राजू बिग बॉस सीजन 3 में भी नजर आए थे। स्ट्रगल के दिनों में उन्होंने मुंबई में ऑटो भी चलाए थे।

जब वह मुंबई पहुंचे तो उनकी कमाई का कोई जरिया नहीं बन पा रहा था। घर से पैसै मंगाने पड़ते थे फिर भी खर्च पूरा नहीं होता था। कठिन हालात से निपटने के लिए उन्होंने मुंबई में ऑटो भी चलाए। 25 दिसंबर 1963 को कानपुर के एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे राजू श्रीवास्तव बचपन से ही मिमिक्री किया करते थे। बचपन से ही कॉमेडियन बनने का ख्वाब पाले राजू ने इसे पूरा करने के लिए कई स्टेज शो, टीवी शो में काम किया। द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज ने राजू श्रीवास्तव को असली पहचान दिलाई और उनके कॉमेडी का अंदाज लोगों के दिलो-दिमाग पर छा गया।

राजू श्रीवास्तव की बेटी अंतरा ने बताया कि- 'मेरे पापा दिल्ली से बाकी जगह पर अकसर ही ट्रैवल करते रहते थे। इसलिए उन्होंने तय किया हुआ था कि अच्छी सेहत के लिए रोज वर्कआउट करना है। वो हर दिन जिम जाते थे, रोज एक्सर्साइज करते थे। राजू की बेटी अंतरा कहतीं हैं डाक्टर अपनी तरफ से पापा को होश में लाने के लिए पूरी कोशिश करते रहे। लेकिन जो तय था उसे हम टाल नहीं सकते थे..। हम सदमें में हैं..। कानपुर की गलियों से किस्मत आजमाने मुम्बई पहुंचे इस युवक के स्वास्थ्य को लेकर देश भर में प्रार्थनायें और दुआयें की गईँ।

● करोड़ों की संपत्ति के साथ महंगी गाड़ियां

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राजू श्रीवास्तव की कुल नेट वर्थ करीब 20 करोड़ रुपये है। इसके अलावा उनके पास कानपुर के साथ ही मुम्बई में भी खुद का घर है। उनकी ज्यादातर कमाई स्टेज शो के जरिए होती थी। हर शो के लिए वे 4-5 लाख रुपये की फीस वसूलते थे। उनके पास कारों का भी शानदार कलेक्शन है। जिसमें इनोवा से लेकर बीएमडब्लू औडी ऑडीक्यू7 जैसी गाड़ियां शामिल हैं। उनकी कमाई टीवी और फिल्मों से भी होती थी। उनकी कमाई का जरिया वर्ल्ड टूर कॉमेडी शो, अवार्ड होस्ट और विज्ञापन भी थे। राजू की शादी एक जुलाई 1993 को शिखा श्रीवास्तव से हुई थी। दोनों के दो बच्चे हैं। बेटे का नाम आयुष्मान श्रीवास्तव और बेटी का नाम अंतरा श्रीवास्तव है।

● कई फिल्मों में किया था काम

राजू श्रीवास्तव “बिग बॉस सीजन 3” में भी नजर आए थे। राजू कॉमेडी का महामुकाबला शो का भी हिस्सा रहे थे। राजू अपनी पत्नी के साथ नच बलिए के सीजन 6 में भी दिखे थे। इन सब के अलावा राजू श्रीवास्तव ने बॉलीवुड में फिल्मों में छोटी भूमिकाएं करके अपने पेशेवर करियर की शुरुआत की। राजू ने राजश्री प्रोडक्शंस की फिल्म “मैंने प्यार किया” “बाजीगर” और “बॉम्बे टू गोवा” जैसी कई फिल्मों में छोटी भूमिकाएँ निभाईं। राजू ने बॉलीवुड फिल्म “आमदानी अठ्ठन्नी खर्चा रुपैया” में एक अभिनेता और हास्य अभिनेता के रूप में काम किया है।

कानपुर के इस युवक ने टैलेंट शो “द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज के साथ स्टैंड-अप कॉमेडी के क्षेत्र में कदम रखा और सेकेंड रनर-अप रहे। राजू ने बिग बॉस सीजन 3 में भी शामिल हुए । जो शो बिग ब्रदर के भारतीय समकक्ष थे। जो स्टारप्लस की एक युगल नृत्य शो है । वह कॉमेडी नाइट्स विद कपिल में भी दिखाई दिए हैं। फिल्मी और टीवी की छोटे-बड़े पर्दों पर राजनेताओं के साथ मजा- लेने वाले राजू सत्ता-राजनीति के चक्रव्यूह में भी शामिल हुए। समाजवादी पार्टी ने 2014 में लोकसभा चुनाव के लिए श्रीवास्तव को कानपुर से चुना था। लेकिन 2014 में 11 मार्च को राजू ने यह कहते हुए टिकट वापस कर दिया कि उन्हें स्थानीय इकाइयों से पर्याप्त समर्थन नहीं मिल रहा है। उसके बाद, राजू 19 मार्च 2014 को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें स्वच्छ भारत अभियान का हिस्सा बनने के लिए नामित किया।

● ....और यूं हुई थी शिखा से राजू की शादी

कानपुर के बाबूपुरवा के रहने वाले कनपुरिया कामेडियन का असली नाम सत्यप्रकाश श्रीवास्तव था। भाई की शादी में उनको भी उनका प्यार मिल गया। दरअसल। राजू के बड़े भाई की शादी फतेहपुर में तय हुई थी और राजू कानपुर से बारात लेकर गए थे। बस वहीं पर ही पहली बार राजू की नजरें शिखा से टकराई थीं और एक्टर को पहली नजर वाला प्यार हो गया था। बस तभी राजू ने तय कर लिया था कि शादी करेंगे तो शिखा से ही।

राजू ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने शिखा की छानबीन की तो पता चला, वो भाभी के चाचा की बेटी हैं। फिर क्या था। एक एक करके उन्होंने शिखा के बारे में सारी बातें पता करना शुरू कर दिया। शिखा के घर के बारे में पता किया तो मालूम हुआ कि वह इटावा में रहती हैं। इसके बाद उन्होंने सबसे पहले किसी तरह से उनके भाइयों को पटाया। फिर कोई ना कोई बहाना लेकर इटावा जाने लगे, मगर शिखा से कुछ भी कहने की उनकी हिम्मत नहीं होती थी।

प्यार तक तो ठीक था, लेकिन शादी करने और जीवन चलाने के लिए उन्हें कुछ ना कुछ करना था। इसके बाद वो अपनी किस्मत आजमाने के लिए 1982 में मुंबई आ गए। यहां पर उन्होंने तगड़ा स्ट्रगल किया। इसके बाद जब लाइफ में थोड़ा-बहुत स्टैंड किया। तब उन्हें लगा कि अब वक्त आ गया है कि उन्हें शादी कर लेनी चाहिए।

राजू ने बताया था कि वो शिखा से चिट्ठी के जरिए संपर्क करने की कशिश करते थे। लेकिन कभी दिल की बात सीधे नहीं कर सके। साथ ही उन्होंने ये भी पता किया कि कहीं शिखा की शादी फिक्स तो नहीं हो गई। शिखा ने कभी खुलकर कोई जवाब नहीं दिया। फिर एक दिन अपने घरवालों के जरिये शिखा के घर रिश्ते की बात पहुंचाई। कुछ दिनों बाद शिखा के भाई मेरे मलाड (मुंबई) वाले घर पर आए। बस फिर क्या था शिखा के भाई ने मेरा घर और रहन-सहन देखा और तसल्ली की। इसके बाद 17 मई 1993 को उनकी शादी हो गई।

ताजा समाचार

National Report



Image Gallery
राष्ट्रीय विशेष
  India Inside News