--अभिजीत पाण्डेय
पटना - बिहार, इंडिया इनसाइड न्यूज।
● वक्फ के नाम पर सम्पत्ति हड़पने का विरोध कर चुके हैं लालू प्रसाद
● वोट बैक की राजनीति के चलते लोगों को गुमराह कर रहा विपक्ष
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि लोकसभा में पेश वक्फ संशोधन बिल गरीब और पिछड़े मुसलमानों के पक्ष में है, लेकिन लालू प्रसाद सहित विपक्ष के कई नेता वोट बैंक की राजनीति के तहत बिल पर देश को गुमराह कर रहे हैं। श्री चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद ने यूपीए सरकार के समय 2010 में स्वीकार किया था कि वक्फ के नाम पर लोगों की कीमती जमीन हड़पी जा रही है, इसलिए इस तरह की प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए वक्फ कानून में संशोधन कर कड़े प्रावधान करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि 15 साल बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने व्यापक विचार-विमर्श के साथ वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया है, तब लालू प्रसाद इसका विरोध कर रहे हैं।
श्री चौधरी ने कहा कि कानून का पालन करते हुए बनी मस्जिदों-दरगाहों पर वक्फ संशोधन बिल का कोई असर नहीं पड़ेगा, इसलिए मुस्लिम समाज के जागरूक लोग बिल के समर्थन में आगे आने लगे हैं। इस बदलाव से विपक्ष के पेट में दर्द हो रहा है।
उन्होंने कहा कि वक्फ कानून की विसंगति दूर कर यह बिल वक्फ बोर्ड को अधिक संवैधानिक बनाने वाला हैं। अब किसी जमीन पर वक्फ के दावे को एकतरफा लागू नहीं किया जा सकेगा, बल्कि उसे अदालत में चुनौती दी जा सकेगी। श्री चौधरी ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि देश संविधान से चलेगा, वही लोग वक्फ बोर्ड को असंवैधानिक तरीके से चलाते रहना चाहते हैं। वक्फ संशोधन विधेयक पूरी तरह संवैधानिक है।