झारखंड के हजारीबाग में विभिन्‍न विकास परियोजनाओं के शिलान्‍यास कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ



हजारीबाग, 18 फरवरी 2019, इंडिया इनसाइड न्यूज़।

॥●॥ झारखंड के हजारीबाग में विभिन्‍न विकास परियोजनाओं के शिलान्‍यास कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ (17 फरवरी 2019)

भारत माता की – जय
भारत माता की – जय

मंच पर उपस्थित सभी महानुभाव और विशाल संख्‍या में हमें आशीर्वाद देने के लिए आए हुए मेरे प्‍यारे भाइयो और बहनों।

हजारीबाग के मेरे प्‍यारे भाइयो-बहनों, मैं पहले भी हजारीबाग आया हूं, आप बहुत बड़ी मात्रा में आशीर्वाद देने भी आते हैं, लेकिन मुझे ये तो बताइए कि हर बार पहले के रेली का रिकॉर्ड टूट जाता है। आज मैं देख रहा हूं, जिन्‍होंने मंच बनाया- सोचा होगा कि इस तरफ बना लें ताकि भरा हुआ देखें, लेकिन उस तरफ इससे भी ज्‍यादा लोग हैं। इतनी बड़ी तादाद में आपका आना, इतने प्‍यार से आशीर्वाद देना, हमें आपके लिए दिन-रात दौड़ने की ताकत देता है, आपके लिए काम करने की ताकत देता है। झारखंड की धरती क्रांति की धरती है, क्रांतिवीरों की धरती है। भगवान बिरसामुंडा की अगुवाई में चली आजादी की लड़ाई या फिर सत्‍याग्रह का संकल्‍प, इस धरती ने अनेक सेनानी दिए हैं, क्रांतिवीर दिए हैं। मैं इस धरती के सपूत, शहीद विजय सोरेंगको एक बार फिर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मैं गुमला में मौजूद उनके परिवार को हृदय से नमन करता हूं। उनके बच्‍चे बड़ी बहादुरी से इस समय का सामना कर रहे हैं। कृतज्ञता के नाते हर कदम पर, हर स्‍तर पर, एक अभिभावक के रूप में हमें उनके परिवारों की देखभाल करनी है।

साथियो, आज मैं यहां झारखंड के विकास के लिए बीते साढ़े चार वर्षों से जो काम किया जा रहा है, उसको और गति देने के लिए आया हूं। मेडिकल कॉलेज बिल्डिंग, असप्‍ताल, इंजीनियरिंग कॉलेज, पानी की समस्‍या से मुक्ति दिलाने वाली पाइप लाइन, नमामि गंगे प्रोजेक्‍ट के शिलान्‍यास और लोकार्पण से यहां मूलभूत सुविधाओं के infrastructure को ताकत मिलने वाली है। मैं इसके लिए आप सभी को बधाई देता हूं। मैं यहां के हजारों किसानों को भी बधाई देता हूं, जिनको स्‍मार्ट फोन खरीदने के लिए सरकारी सहायता दी गई है।

साथियो, झारखंड दुनिया की सबसे बड़ी health insurance scheme, आयुष्‍मान भारत, पीएमजे की शुरूआत का साक्षी रहा है। आप सभी के आशीर्वाद से ये योजना आज पूरे देश में लाखों गरीब परिवारों को बीमारी से मुक्ति दे रही है। इस योजना का लाभ झारखंड को भी हुआ है। यहां के 57 हजार लोगों का गंभीर बीमारी की स्थिति में मुफ्त इलाज किया जा चुका है। हाल में मीडिया में मैंने देखा कि जमशेदपुर में आयुष्‍मान योजना की मदद से देश में ट्यूमर का दूसरा बड़ा ऑपरेशन किया गया है। मैं थोड़ी देर बाद रांची में इसी योजना के अनेक लाभार्थियों से मिल करके उनके अनुभव की बातें सुनने वाला हूं, उनसे बातचीत करने वाला हूं।

साथियो, झारखंड में स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं को मजबूत करने के लिए केन्‍द्र सरकार, राज्‍य सरकार के साथ मिलकर निरन्‍तर प्रयास कर रही है। देवधर में एम्‍स के बाद आज तीन जिले- दुमका, हजारीबाग और पलामू में मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन हमारे इन्‍हीं प्रयासों का परिणाम है। सिर्फ तीन साल पहले की स्थिति ये थी कि झारखंड में तीन मेडिकल कॉलेज थे; अब आज देखिए एक ही दिन में तीन मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं। इन मेडिकल कॉलेजों से युवाओं को यहीं पर मेडिकल पढ़ाई का विकल्‍प तो मिलेगा ही, साथ में स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं भी बेहतर होंगी। इसके साथ ही हजारीबाग, दुमका, पलामू और जमशेदपुर में 500 बेड की क्षमता वाले अस्‍पतालों का भी शिलान्‍यास किया गया है।

भाइयो और बहनों, स्‍वास्‍थ्‍य का सीधा सम्‍बन्‍ध पीने के पानी से है, स्‍वच्‍छता से है। झारखंड में पीने का स्‍वच्‍छ पानी सुलभ कराने के लिए भी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। हमारी सरकार ने हजारों करोड़ रुपये की लागत से एक-दो नहीं, 350 परियोजनाओं पर काम किया है। ऐसे ही 11 प्रोजेक्‍ट्स का उद्घाटन और शिलान्‍यास अभी कुछ पल पहले ही मुझे करने का अवसर मिला है।

भाइयो और बहनों, आज यहां सिंचाई से जुड़े अनेक प्रोजेक्‍ट्स, इसकी भी शुरूआत हुई है। इनके पूरे होने पर हजारीबाग के साथ-साथ रामगढ़, पलामू, गोडा, पश्चिमी सिंघभूम, ये हजारों हेक्‍टेयर भूमि सिंचाई के दायरे में लाई जा सकेगी। पिछली बार जब मैं पलामू गया था तो दशकों से लटके मंडलडैम और उत्‍तर कोयल परियोजना पर भी काम शुरू किया था। ये सारे प्रोजेक्‍ट यहां के किसानों के भविष्‍य को उज्‍ज्वल बनाने वाले हैं।

साथियो, झारखंड की सरकार केन्‍द्र सरकार के बीज से लेकर बाजार तक के अभियान को जमीन पर उतारने में जुटी हुई है। आज किसान परिवारों को स्‍मार्ट फोन देने की योजना की शुरूआत की गई, कुछ किसानों को चेक भी सौंपे गए हैं। इस योजना से प्रदेश के 27 लाख किसानों को फायदा होगा। इस स्‍मार्ट फोन की वजह से अब किसानों को फसल बिक्री से जुड़े डिजिटल लेनदेन में आसानी होगी, वो मौसम का हाल फोन पर देख पाएंगे, खेती की नई तकनीकों के बारे में जान पाएंगे और साथ ही सरकार की अन्‍य योजनाओं से भी सीधे जुड़ पाएंगे।

साथियो, केन्‍द्र सरकार हो या फिर झारखंड की सरकार, किसानों को, गरीबों को बिचौलियों से मुक्ति दिलाना, ये हमारा ध्‍येय है। यही कारण है कि चाहे राशन हो, स्‍कॉलरशिप हो, पेंशन हो; हर सरकारी मदद सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में भेजी जा रही है। हाल में इस अभियान को विस्‍तार देते हुए छोटे किसानों के लिए बहुत बड़ी योजना बनाई गई है। हमारी सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्‍मान निधि लेकर आई है। इसके तहत ऐसे किसानों को जिनके पास पांच एकड़ या उससे कम भूमि है, उनको सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर किए जाएंगे। अगले दस साल में साढ़े सात लाख करोड़ रुपये हमारी सरकार किसानों के बैंक खाते में जमा करेगी। इस राशि से उन्‍हें समय पर बीज खरीदने, दवा खरीदने, खाद खरीदने में बहुत बड़ी मदद मिलेगी और उनको साहूकारों के घर बहुत ऊंचे ब्‍याज से पैसे लेने की नौबत से मुक्ति मिल जाएगी। इससे देश के लगभग 12 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा तो झारखंड के 22 लाख किसान परिवारों को इसका सीधा लाभ मिलने वाला है।

साथियो, सबका साथ-सबका विकास के मंत्र पर चलते हुए केन्‍द्र सरकार गरीबों, व‍ंचितों, पिछड़ों, शोषितों, आदिवासियों, महिलाओं, नौजवानों- हर वर्ग को सशक्‍त करने में जुटी है। इसी सोच के तहत आज दो बड़े शिक्षण संस्‍थानों का उद्घाटन और शिलान्‍यास किया गया है। इसमें एक महिलाओं से जुड़ा है और दूसरा हमारे आदिवासी समाज से। रामगढ़ में महिला इंजीनियरिंग कॉलेज का आज उद्घाटन हुआ है। वहीं हजारीबाग की आचार्य विनोबा भावे यूनिवर्सिटी मेंCentre for Tribal Studies का शिलान्‍यास किया गया है।

साथियो, झारखंड महिला सशक्तिकरण मामले में हमेशा अग्रणी रहा है। हजारीबाग की बेटी कैप्‍टन शिखा सुरभि ने गणतंत्र दिवस की परेड में बाइक पर जो हुनर दिखाया, उसकी चर्चा पूरे हिन्‍दुस्‍तान में हो रही है। रामगढ़ का महिला इंजीनियरिंग कॉलेज भी कैप्‍टन शिखा सुरभि जैसी अनेक बेटियां देश को देने वाला है, जो नए भारत के नए संस्‍कारों का सृजन करेंगी। ये पूर्वी भारत में पहला और देश का तीसरा कॉलेज है, जहां सिर्फ बेटियां ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही हैं।

भाइयो और बहनों, केन्‍द्र सरकार आदिवासी समाज को शिक्षा और कौशल से जोड़ने के लिए भी निरंतर प्रयासरत है। स्‍कूली शिक्षा हो या फिर उच्‍च शिक्षा, आदिवासी समाज के युवा साथियों को हर प्रकार की सहायता दी जा रही है। आचार्य विनोबा भावे विश्‍वविद्यालय में Centre for Tribal Studies के बनने से यहां के समाज और संस्‍कृति को विस्‍तार से जानने और आने वाली पीढ़ियों तक समाज के संस्‍कारों को पहुंचाने में मदद मिलेगी।

इसी प्रकार झारखंड सहित देश के तमाम आदिवासी क्षेत्रों में एकलव्‍य मॉडल स्‍कूल खोले जा रहे हैं। झारखंड में ऐसे करीब दो दर्जन स्‍कूल शुरू हो चुके हैं और 70 नए स्‍कूल खोलने पर काम चल रहा है।

साथियो, आदिवासी क्षेत्रों में sports की सुविधाओं को और मजबूत किया जा रहा है ताकि हमारे जनजातीय युवा खेलों में और बेहतर प्रदर्शन कर पाएं। झारखंड ने तो तीरंदाजी समेत अनेक खेलों में देश को बड़े-बड़े खिलाड़ी दिए हैं। ऐसे में झारखंड के युवाओं की ये शक्ति आने वाले समय में और निखरकर सामने आएगी।

साथियो, आज यहां बच्‍चों के पोषण से एक महत्‍वपूर्ण योजना की शुरूआत भी की गई है। इसके तहत स्‍कूलों में बच्‍चों को पैकेट में दूध दिया जाना है। इससे गरीब और आदिवासी समाज के बच्‍चों को कुपोषण की समस्‍या से मुक्ति मिलेगी और जैसे हमारे मुख्‍यमंत्रीजी ने बताया, इस योजना का नाम ‘कान्‍हा दुग्‍ध योजना’; यानी एक प्रकार से भगवान कृष्‍ण को उन्‍होंने याद किया, उस जमाने के दूध और मक्‍खन की बातों को याद किया। मैं आशा करूंगा कि इस कान्‍हा दुग्‍ध योजना से यहां से बच्‍चे ऐसे होनहार हों, ऐसे होनहार हों, पूरे देश का माथा गर्व से ऊंचा हो।केन्‍द्र सरकार जो राष्‍ट्रीय पोषण अभियान चला रही है, उसको भी इस योजना से ताकत मिलेगी।

साथियो, शिक्षा, कौशल और पोषण के साथ-साथ आदिवासी नायकों को सम्‍मान देने के लिए, आजादी के प्रति अनेक योगदान को भविष्‍य की पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए भी अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। झारखंड में बन रहा बिरसामुंडा संग्रहालय इसी का प्रमाण है। ये संग्रहालय महान आदिवासी स्‍वतंत्रता सनानी बिरसामुंडा जैसे नायक की पहचान को समृद्ध करेगा। ऐसे अनेक संग्रहालय देश के अलग-अलग राज्‍यों में बनाए जा रहे हैं, जिसमें केन्‍द्र सरकार राज्‍य सरकारों को मदद दे रही है। ये म्‍यूजियम हमारे आदिवासी नायकों की याद तो दिलाएंगे ही, साथ में पर्यटन के केन्‍द्र भी बनेंगे।

साथियो, मुझे खुशी है कि झारखंड ने स्‍वच्‍छता की दिशा में बहुत सराहनीय काम किया है। साढ़े चार वर्ष पहले जहां स्‍वच्‍छता का दायरा सिर्फ 20 प्रतिशत था, वहीं अब झारखंड ने खुद को खुले में शौच से मुक्‍त कर दिया है।रघुवर दास जी, उनकी पूरी टीम, इनके प्रशासन के सभी छोटे-बड़े मुलाजिम- सबको मेरी तरफ से लाख-लाख बधाई। रिकॉर्ड समय में 33 लाख से ज्‍यादा टॉयलेट बनाए गए हैं, ये अपने आप में...मुझे बताया गया है कि हजारीबाग का रिकॉर्ड इसमें भी सबसे बढ़िया है। यहां सबसे कम समय में सबसे अधिक टॉयलेट्स बनाए गए हैं। इस उपलब्धि के लिए मैं आप सबको बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियो, नदी के पानी को साफ करने वाले अनेके प्रोजेक्‍ट्स का भी आज उद्घाटन और शिलान्‍यास किया गया है। साहिबगंज सीवर ट्रीटमेंट प्‍लांट का उद्घाटन हुआ है, वहीं रामगढ़ सीवर ट्रीटमेंट प्‍लांट के निर्माण कार्य की आज से शुरूआत हो रही है। नमामि गंगे के प्रोजेक्‍ट के तहत वाटर ट्रीटमेंट के साथ-साथ घाटों के सौन्‍दर्यीकरण का भी काम किया जा रहा है। मधुसूदन घाट के सौन्‍दर्यीकरण का भी काम पूरा हो चुका है। ये सारे कार्य, ये परियोजनाएं इसलिए हो पा रही हैं क्‍योंकि साढ़े चार साल पहले आपने केन्‍द्र में पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी।

मैं देश के विकास के लिए, देश के हर क्षेत्र के विकास के लिए पूरी निष्‍ठा के साथ, पूरी ईमानदारी के साथ, दिन-रात जितना भी कर सकता हूं, करने में कोई कमी नहीं रहने देता। आपका आशीर्वाद मुझ पर ऐसे ही बना रहे, इसी कामना के साथ अपनी बात समाप्‍त करता हूं।

मेरे साथ दोनों मुट्ठी बंद करके पूरी ताकत से बोलिए-

भारत माता की – जय
भारत माता की – जय
भारत माता की – जय

बहुत-बहुत धन्‍यवाद।

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