असम,
इंडिया इनसाइड न्यूज़।
आयकर विभाग ने असम के तीन प्रमुख व्यवसायियों के संबंध में 29 जनवरी, 2021 को तलाशी और जांच अभियान चलाया। यह व्यवसायिक समूह निर्माण कार्यों से लेकर ठेकेदारी और चाय बागान से जुड़े व्यवसाय में लगे हैं। तलाशी और छापेमारी की कार्रवाई गुवाहाटी, दिल्ली, गुरुग्राम, कोलकाता, सिलीगुड़ी, अलीपुरद्वार, तेजपुर और नलबाड़ी (असम) समेत 20 स्थानों पर की गई है।
इन व्यावसायिक समूहों के खिलाफ मुख्य आरोप खर्चों को बढ़ा चढ़ाकर दिखाने और गैर वास्तविक असुरक्षित ऋण तथा सुरक्षा क़िस्तों के रूप में आवासीय प्रविष्टियां लेने से संबंधित हैं। व्यवसायिक समूह साल भर के कुल मुनाफों को कम कर के दिखाते रहे हैं और फर्जी खर्चे दर्शाते रहे हैं और उन पैसों को शेयर प्रीमियम, शेयर कैपिटल और असुरक्षित ऋण के रूप में पुनः व्यवसाय में लगाते रहे हैं।
छापेमारी के दौरान हस्तलिखित साक्ष्य भी मिले हैं जिनमें लगभग 87 करोड़ रुपए के अस्पष्ट खर्चों के प्रमाण मिले हैं। शेयर कैपिटल और असुरक्षित लोन के रूप में शेल कंपनियों की प्रविष्टियां और लगभग 100 करोड़ रुपए के संयोजन का भी पता चला है। इसके अलावा जांच के दौरान मिले डिजिटल साक्ष्य लगभग 4.20 करोड़ रुपए के नकद खर्च में भी विसंगतियां दर्शाते हैं। साथ ही वित्तीय वर्ष के आखिर में बुकिंग संबंधी फर्जी खर्चों के भी प्रमाण मिले हैं। वित्तीय स्टेटमेंट में दर्शाए गए 32 करोड़ के मुनाफे और नकद अधिशेष के 12 करोड़ नियमित लेखा-जोखा से मेल नहीं खाते। आगे की जांच पड़ताल के लिए इन व्यवसायिक समूहों के सर्वर, कंप्यूटर और फोन कब्जे में लिए गए हैं, जिनकी जांच के बाद ही इन व्यवसायिक समूहों के संबंध में तस्वीर साफ हो पाएगी।
42 लाख रुपए नकद जप्त किया गया है। इन मामलों में लगभग 200 करोड़ रुपए से अधिक की आय की हेराफेरी किये जाने का अनुमान है। 9 बैंक लाकरों का भी पता चला है, उनके बारे में जांच किया जाना अभी बाकी है। आगे की जांच पड़ताल जारी है।