लखनऊ - उत्तर प्रदेश
इंडिया इनसाइड न्यूज।
मजदूर आंदोलन के महानायक वरिष्ठ पत्रकार और श्रमिक नेता स्व. कामरेड के• विक्रम राव और स्व. कामरेड सियाराम बाजपेई की स्मृति में हिन्द मजदूर सभा उत्तर प्रदेश ने नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन मंडल कार्यालय चारबाग लखनऊ में आज एक संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी का विषय था "श्रम आंदोलन की मजबूती के लिए आंदोलन आवश्यक क्यों?" संगोष्ठी को मुख्य अतिथि के रूप में आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महामंत्री और एच.एम.एस. के प्रदेश अध्यक्ष शिव गोपाल मिश्र, मुख्य वक्ता हिन्द मजदूर सभा के प्रदेश महामंत्री उमा शंकर मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार राम दत्त त्रिपाठी, वरिष्ठ पत्रकार मुदित माथुर, यू.पी. वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश मंत्री पत्रकार के• विश्वदेव राव, आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के जोनल सेक्रेटरी एल एन पाठक, एन.ई. रेलवे मजदूर यूनियन के अध्यक्ष वसंत कुमार चतुर्वेदी, प्रदेश एच.एम.एस. के सचिव अरुण गोपाल मिश्र, पूर्व विधायक और एच.एम.एस. कार्यकारिणी सदस्य डॉ. शशि शर्मा, महिला आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ की महामंत्री नीलम पाण्डेय, ए.आई.आर.एफ. के जोनल सेक्रेट्री एस यू शाह, सहित कई प्रमुख नेताओं ने संबोधितं करते हुए स्व. कामरेड सियाराम बाजपेई और स्व. कामरेड के• विक्रम राव तथा रेल मजदूरों के बीच यूनियन दीदी के रूप में मशहूर महिला मजदूर नेता स्व. सरोज दीक्षित, के संघर्ष, त्याग और उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किया।
संगोष्ठी के पूर्व हिन्द मजदूर सभा की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्यों की बैठक संपन्न हुई जिसमें सरकार की मजदूर विरोधी नीति, सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण, और उपक्रमों की विक्री, नियमित श्रेणी के पदों पर सीधी भर्ती के बजाय संविदा और आउटसोर्सिग के माध्यम से श्रमिकों के शोषण के खिलाफ केंद्रीय श्रम संगठनों के आवाह्न पर आगामी 9 जुलाई को देश व्यापी आम हड़ताल को सफल बनाने का निर्णय लिया गया।
संगोष्ठी का संचालन एच.एम.एस. यू पी के उपाध्यक्ष और एन.आर.एम.यू. के मंडल मंत्री कामरेड आर के पाण्डेय ने किया और इसमें एन.आर.एम.यू. के मंडल अध्यक्ष लखनऊ विभूति मिश्र, मंडल मंत्री कारखाना अनूप बाजपेई, यू.पी. स्टील मेटल एंड इंजीनियरिंग वर्कर्स यूनियन के प्रदेश महामंत्री राजा राम यादव, स्व. सियाराम बाजपेई के सुपुत्र एस के बाजपेई, स्व. सरोज दीक्षित की सुपुत्री पल्लवी के साथ प्रदेश भर से हिन्द मजदूर सभा से संबद्ध यूनियनों के प्रतिनिधियों, विशेषरूप से लखनऊ स्थित रेलवे कारखाना एवं लखनऊ मंडल, प्रदेश के चीनी, डिस्टलरी, और इंजीनियरिंग उद्योग के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।