नई दिल्ली, 19 मार्च 2019, इंडिया इनसाइड न्यूज़।
14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की तैयारी एक महीने पहले से ही जारी थी, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने जैश-ए-मोहम्मद, तालिबानी आतंकवादियों, हक्कानी नेटवर्क की साझा बैठक करवाई थी जिसमें पुलवामा हमले की साजिश रची गई थी। खुफिया एजेंसियों का दावा है कि पुलवामा हमले से एक महीने पहले मसूद अजहर ने तालिबानी और हक्कानी नेटवर्क के आकाओं के साथ बैठक की थी। इसी हमले में तय हुआ था कि भारत में एक आत्मघाती हमला किया जाएगा।
इस बैठक को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने प्रबंध करवाया था, बैठक बहावलपुर में हुई थी। बता दें कि बहावलपुर में ही जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर का अड्डा है, जहां से वो अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता है। सूत्रों ने ये भी जानकारी दी है कि बालाकोट के जिस आतंकी कैंप को भारत ने नष्ट किया है। उसमें भी तालिबानी और हक्कानी नेटवर्क के आतंकी जेईएम के आतंकियों के साथ ट्रेनिंग ले रहे थे। दावे के अनुसार 2001 के पहले जैश-ए-मोहम्मद और तालिबानी आतंकी एक साथ अफगानिस्तान के तालिबान कैंप में ट्रेनिंग लेते थे। 2001 में तालिबान पर अमेरिका ने हमला किया, जिसके बाद से ही बालाकोट में इनकी ट्रेनिंग शुरू हो गई।