नई दिल्ली, 13 अप्रैल 2019, इंडिया इनसाइड न्यूज़।
● राष्ट्रपति ने वैसाखी, विशु, रोंगाली बिहू, नबा बरशा, वैसाखड़ी, पुथंडु पीरप्पु की पूर्व संध्या पर बधाई दी
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 14-15 अप्रैल, 2019 को मनाए जाने वाले वैसाखी, विशु, रोंगाली बिहू, नबा बरसा, वैसाखड़ी, पुथंडु पीरप्पु की पूर्व संध्या पर लोगों को अपनी शुभकामनाएं दी है। राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा कि :
“वैसाखी, विशु, रोंगाली बिहू, नाबा बरसा, वैसाखड़ी और पुथंडू पिरप्पु के शुभ अवसर पर, मैं भारत और विदेशों में बसे अपने सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
फसल कटाई के रूप में मनाए जाने वाले ये त्यौहार हमारे किसानों की मेहनत और प्रयासों के उत्सव है। देश के विभिन्न हिस्सों में मनाए जाने वाले ये त्यौहार भारत की समृद्ध और विविध संस्कृति की झलक प्रस्तुत करते हैं।
प्रसन्नता के इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कामना करते हुए कहा कि खुशियों से भरे ये त्यौहार हमारे राष्ट्र की प्रगति और देश के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के बीच भाईचारे को मजबूत करने की प्रेरणा दें।
● उपराष्ट्रपति ने वैसाखी, विशु, पुथंडु, वैसाखड़ी और बहाग बिहू की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी
उपराष्ट्रपति एम• वेंकैया नायडू ने वैशाखी, विशु, पुथंडु, मसाड़ी, वैसाखड़ी और बहाग बिहू पर लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। अपने एक संदेश में उपराष्ट्रपति ने कहा कि नव वर्ष के रूप में मनाए जाने वाले ये पर्व जीवन की बेहतर गुणवत्ता के सूचक हैं। उन्होंने कहा कि फसल की कटाई से जुड़े ये त्यौहार प्रकृति की चेतनता और प्रचुरता के जश्न के रूप में मनाए जाते हैं।
उपराष्ट्रपति के संदेश का मूल पाठ इस प्रकार है:
"मैं वैशाखी, विशु, पुथंडु, मसाड़ी, वैसाखड़ी और बहाग बिहू के शुभ अवसर पर अपने देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।"
नव वर्ष के रूप में मनाए जाने वाले ये पर्व जीवन की बेहतर गुणवत्ता के सूचक हैं। उन्होंने कहा कि फसल की कटाई से जुड़े ये त्यौहार प्रकृति की चेतनता और प्रचुरता के जश्न के रूप में मनाए जाते हैं। ये भारतीय संस्कृति की समृद्धि और विविधता के साथ-साथ प्रकृति के प्रति हमारी सभ्यता की गहरी श्रद्धा के प्रतिबिंब हैं।
ये त्यौहार हमारे देश में शांति, सद्भाव, समृद्धि और खुशियां लाएं।