--अभिजीत पाण्डेय
पटना - बिहार, इंडिया इनसाइड न्यूज।
राज्य के सभी अंचलाधिकारी को अपने काम में सुधार के लिए सिर्फ एक मौका दिया जाएगा। इसके बाद भी कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ तो ऐसे अधिकारियों को बाढ़ के दौरान फील्ड में नहीं रहने दिया जाएगा। पटना में गुरुवार को ज्ञान भवन में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने भूमि सुधार जनकल्याण कार्यशाला का आयोजन किया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा एक अंचलाधिकारी के खराब प्रदर्शन पर नाराज दिखे।
उन्होंने लापरवाही बरतने वालों को चेतावनी दी। कहा कि, सभी सीओ को अपने काम में सुधार के लिए सिर्फ एक मौका दिया जाएगा। इसके बाद भी कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ तो ऐसे अधिकारियों को बाढ़ के दौरान फील्ड में नहीं रहने दिया जाएगा। जनहित से जुड़े इस विभाग में लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कार्यक्रम के दौरान ही विजय सिन्हा को संबंधित सीओ ने बाढ़ की स्थिति को काम न हो पाने का कारण बताया। इसके बाद उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जिम्मेदारी के साथ काम करने की कड़ी हिदायत दी।
बैठक में श्री सिन्हा ने कहा कि, 'हमने अधिकारियों को समय सीमा दे दी है। जो बेहतर काम करेंगे उन्हें पुरस्कृत भी करेंगे, लेकिन जो सीओ और अन्य अधिकारी विभाग को कलंकित करेंगे उनके ऊपर सख्त कार्रवाई भी करेंगे। माफिया कोई नहीं है, हम कमजोर पड़ेंगे तो माफिया पैदा होगा। सरकार और प्रशासन से बड़ी शक्ति किसी के पास नहीं है।
विजय सिन्हा ने कहा कि 'सरकार की सख्ती और प्रशासन की चुस्ती से माफिया पर नकेल कसेंगे। जिस तरह से खनन विभाग में माफिया को ठंडा कर दिया है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में इसका असर मकर संक्रांति के पहले दिखने लगेगी। हमने सुधार का मौका दिया है और चेतावनी दे दी है उसके बाद भी जो लोग नहीं सुधरेंगे उनके चेहरे से नकाब हटाने का काम करेंगे।'