प्रधानमंत्री सूरत में



सूरत, 30 जनवरी 2019, इंडिया इनसाइड न्यूज़।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सूरत पहुंचे। उन्होंने सूरत हवाई अड्डे की टर्मिनल बिल्डिंग के विस्तार की आधारशिला रखी, जिससे सूरत और दक्षिणी गुजरात क्षेत्र में कनेक्‍टीविटी बढ़ेगी और समृद्धि आएगी।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए, इस देश के बुनियादी ढांचे में सुधार करना आवश्‍यक है और सूरत हवाई अड्डे का विस्तार इस दिशा में एक प्रयास है।’ सूरत हवाई अड्डा टर्मिनल की इमारत का विस्तार 25,500 वर्ग मीटर क्षेत्र में 354 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। यह पर्यावरण की दृष्टि से अनुकूल इमारत होगी, जिसमें सौर ऊर्जा और एलईडी रोशनी का इस्तेमाल किया जा रहा है। नए टर्मिनल का कार्य पूरा हो जाने पर यहां से एक वर्ष में 26 लाख यात्री आ-जा सकेंगे जबकि इस समय यहां से केवल 4 लाख यात्रियों की आवाजाही होती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान जल्दी ही सूरत को शाहजाह से जोड़ेगी। शुरू में प्रत्येक सप्ताह दो उड़ानें होगी, जिन्हें बाद में दोगुना कर सप्ताह में चार बार कर दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उड़ान योजना के अंतर्गत हवाई सम्पर्क को बढ़ावा देने के लिए कुछ और हवाई अड्डों को शामिल किया गया है और अब लोग अपने सम्बद्ध स्थानों से यहां पहुंच सकते है। उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि हवाई यात्रा तक सबकी पहुंच हो। उड़ान ने भारत में हवाई सम्पर्क को बढ़ाने में मदद की है। उड़ान ने भारत के हवाई नक्शे पर 40 हवाई अड्डे को शामिल कर दिया है। सरकार की देश भर में ऐसे और हवाई अड्डे विकसित करने की योजना है।’

सरकार द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यों को उजागर करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्ण बहुमत वाली सरकार मजबूत फैसले कर सकती है और देश के विकास के लिए स्वतंत्र होकर कार्य कर सकती है। उन्होंने जोर देकर कहा, ‘क्योंकि आपने हमें बहुमत दिया है इसीलिए हम कठोर फैसले करने में सक्षम हैं’। एनडीए सरकार पूर्व की सरकारों के विपरीत मध्यम वर्ग के लिए कार्य कर रही है।

अपनी सरकार और यूपीए के कार्यों की तुलना करते हुए श्री मोदी ने कहा कि, ‘हमारे चार वर्ष के शासन में, हमने 1.30 करोड़ मकानों का निर्माण किया, जबकि उन्होंने 25 लाख घर बनाए।’ उन्होंने कहा कि, ‘अब हमारे पास 400 से अधिक पासपोर्ट कार्यालय है, जबकि 2014 में उनकी संख्या केवल 80 थी।’

प्रधानमंत्री ने सूरत में प्रधानमंत्री आवास योजना के कुछ लाभान्वितों को चाबियां सौंपी। उन्होंने कहा कि सरकार मिशन मोड पर काम कर रही है और वह देश के गरीबों और मध्यम वर्ग का जीवन आसान बनाने के लिए कार्य कर रही है, ‘सरकार ने पिछले चार वर्षों में शहरों में रहने वाले गरीबों के लिए 13 लाख से अधिक मकानों का निर्माण किया है और 37 लाख मकानों का निर्माण चल रहा है।’

आजादी के आंदोलन में सूरत की भूमिका को याद करते हुए श्री मोदी ने आशा व्यक्त की कि निवेश में वृद्धि के साथ एक दशक में यह शहर दुनिया में सबसे तेजी से विकसित शहरों में से एक के रूप में उभरेगा।

बाद में प्रधानमंत्री ने सूरत में अत्‍याधुनिक सुपर स्पेशियलिटी रसीलाबेन सेवंतीलाल शाह वीनस अस्पताल का उद्घाटन किया। उन्होंने अस्पताल में प्रदान की गई सुविधाओं को देखा। जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि किस प्रकार आयुष्मान भारत ने लोगों को सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में प्रमुख भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि अधिक संख्या में जेनेरिक दवाएं अब लोगों के लिए उपलब्ध हैं जिससे न केवल स्वास्थ्य सेवाओं के खर्च में कमी आई है बल्कि अनेक बहुमूल्य जीवन को बचाया जा सका है।

दांडी से लौटने के बाद शाम को प्रधानमंत्री ने सूरत इंडोर स्टेडियम में न्यू इंडिया युवा सम्मेलन को संबोधित किया। दांडी में उन्होंने राष्ट्रीय नमक सत्याग्रह स्मारक का अनावरण किया। इस स्मारक में महात्मा गांधी और ऐतिहासिक दांडी नमक यात्रा के दौरान उनके साथ चलने वाले 80 सत्याग्राहियों की प्रतिमाएं है जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ समुद्र के पानी से नमक बनाया था। यहां 24 बोलते भित्ति चित्र 1930 के ऐतिहासिक नमक सत्याग्रह से जुड़ी विभिन्न घटनाओं और कथाओं को दर्शाते हैं।

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